नेपाल ( नारायणगढ़ ) में राष्ट्र शांति और आत्म उन्नति के लिए तीन दिवसीय राजयोग साधना
Posted on October 2, 2016 By narayangarh | Source: Brahma Kumaris Narayangarh

| राजयोग द्वारा मन की शांति संभव’ |
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| राजयोग द्वारा हम अपनी इंद्रियों पर संयम रखकर अपने मनोबल को बढ़ा सकते हैं। राजयोग द्वारा आंतरिक शक्तियांऔर सद्गुणों को उभारकर जीवन में निखार ला सकते हैं।जिससे राष्ट्र का हर व्यक्ति सुखी शांत निर्विकारी निर्व्यसनी बन सकता है राष्ट्र में शहर में गांव में परिवार में शांति आ सकती है यह बात ब्रह्मïाकुमार भगवान भाई ने स्थानीयब्रह्मïाकुमारी विश्व विद्यालय में कही। उन्होंने कहा राजयोग के अभ्यास द्वारा सहनशीलता, नम्रता, एकाग्रता,शांति, धैर्यता, अंतर्मुखताऐसे अनेक सद्गुणों का जीवन में विकास कर सकते हैं। राजयोग द्वारा ही मन की शांति भीसंभव है। उन्होंने बताया राजयोग के अभ्यास से सुख की प्राप्ति होती है। भगवान भाई ने कहा अपने अनुभव के आधारपर राजयोग के अभ्यास द्वारा विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक चिंतन के द्वारा मन को एकाग्र किया जासकता है। उन्होंने कहा वर्तमान परिवेश तनावपूर्ण परिस्थितियों में मन को एकाग्र और शांत रखने के लिए राजयोगसंजीवनी बूटी की तरह काम आता है। राजयोग के अभ्यास से तनाव मुक्त बन हम अनेक बीमारियों से स्वयं को बचासकते हैं। मानसिक और शारीरिक बीमारियों से बचने का राजयोग एक कवच कुंडल है। कहा राजयोग द्वारा मन कोसही दिशा निर्देशन मिलती है जिससे मन का भटकना खत्म हो जाता है। उन्होंने राजयोग की विधि बताते हुए कहा स्वयंको आत्म निश्चय कर चांद, सूर्य, तारांगण से पार रहने वाले परम शक्ति परमात्मा को याद करना, मन, बुद्धि द्वारा उसेदेखना, गुणों का गुणगान करना ही राजयोग है। |